States of Matter | पदार्थों की अवस्थाएं

States of Matter | पदार्थों की अवस्थाएं

States of matter in hindi
                              States of matter in hindi

पदार्थों की अवस्थाएं (states of matter) रसायन विज्ञान का टॉपिक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक है ! पदार्थों की अवस्थाएं से सम्बन्धित जो भी मुख्य तथ्य हैं और जितने भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं उन सबको इस पोस्ट में समाहित किया है ! इस पोस्ट से आपको आने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में अवश्य फायदा मिलेगा ! आप इसे  एक बार अवश्य पढ़ें !
ऐसे ही टॉपिक वाइज पोस्ट, प्रश्नोत्तर और वैकल्पिक प्रश्न मैं मेरी वेबसाइट पर डालता रहता हूँ ! अगर आपको अच्छी लगे तो आप उन्हें भी एक बार देखें !

 

पदार्थ क्या है

जिस किसी का भी कुछ आयतन एवं द्रव्यमान हो वह पदार्थ कहलाता है !
पदार्थों को दो आधारों पर बांटा गया है –
1. भौतिक अवस्था के आधार पर
2. रासायनिक संघटन के आधार पर

पदार्थ की भौतिक अवस्थाएं

भौतिक अवस्थाओं के आधार पर पदार्थों को तीन वर्गों में बांटा गया है वे हैं – ठोस, द्रव एवं गैस !
पदार्थ की चौथी अवस्था के रूप में प्लाज़्मा को माना गया है !

ठोस

किसी पदार्थ की वह अवस्था जिसमें उस पदार्थ का आयतन व घनत्व दोनों निश्चित हो ठोस कहलाता है !
जैसे – लकड़ी, कोयला
ठोस में अवयवी कण नजदीक होने के कारण इसका घनत्व अधिक होता है एवं इनमें संपीडन बिल्कुल भी नहीं होता है !
ठोस कणों के बीच आकर्षण बल काफी अधिक होता है !

द्रव

ऐसे पदार्थ जिनका आयतन तो निश्चित होता है परन्तु आकार अनिश्चित होता है वे द्रव कहलाते हैं !
जैसे – जल, दूध

द्रव का आकार उसी के अनुरूप हो जाता है जिस पात्र में द्रव को रखा जाता है !
द्रव पदार्थ की ऊपरी सतह हर स्थितियों में समतल होती है !
द्रव में बहने का गुण होने के कारण इसको तरल अवस्था भी कहा जाता है !
द्रव पदार्थों में आकर्षण बल ठोस पदार्थों की तुलना में कम होता है !
द्रव पदार्थों के अणु कम सघनित होते हैं !
द्रव पदार्थों का घनत्व गैस से अधिक किन्तु ठोस पदार्थों की तुलना में कम होता है !

गैस

ऐसे पदार्थ जिनके आयतन एवं आकार दोनों ही अनिश्चित हो वे गैस कहलाते है !
जैसे – नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन ये सभी गैसीय पदार्थ हैं !
बहने का गुण होने के कारण गैस को तरल पदार्थ भी कहा जाता है !
गैसीय पदार्थ का आकार एवं आयतन उसी के अनुरूप हो जाता है जिस पात्र में इसको रखा जाता है !
इन पदार्थों में अवयवी कणों के बीच की दूरीअधिक होने के कारण इसका घनत्व बहुत कम होता है एवं इनके कणों के बीच आकर्षण बल न के बराबर होता है !
गैसीय पदार्थों का कोई पृष्ठीय तल नहीं होता है !

प्लाज्मा

प्लाज़्मा के गुण ठोस, द्रव और गैस से काफी भिन्न हैं इसलिए इसे पदार्थों की चौथी भौतिक अवस्था के रूप में माना गया है !
प्लाज़्मा नाम इरविंग लैंगम्यूइयर ने दिया था !
प्लाज़्मा आंशिक रूप से आयनीकृत एक गैस है ! इ
प्लाज्मा का भी गैस की तरह कोई निश्चित आकार या आयतन नहीं होता !

पदार्थ के भौतिक गुण

वे गुण जिन्हें हम देख या अनुभव कर सकते हैं वे पदार्थ के भौतिक गुण कहलाते हैं !
पदार्थ का रंग – अलग-अलग पदार्थों के अलग अलग रंग होते हैं कुछ पदार्थ रंगहीन भी होते हैं !
पदार्थ की गंध – कुछ पदार्थ गंधहीन होते हैं एवं कुछ पदार्थों में एक गंध पाई जाती है !
ताप एवं दाब में परिवर्तन करके किसी भी पदार्थ की अवस्था को बदला जा सकता है !
जितना ज्यादा कोई पदार्थ भारी होगा उसका इतना ही अधिक घनत्व होगा !
किसी पदार्थ को गर्म करने पर पदार्थ का घनत्व घटता है !
जल को 4 डिग्री सेल्सियस तक गर्म करने पर घनत्व घटता है !
4 डिग्री सेल्सियस पर बर्फ का घनत्व पानी के घनत्व से कम होता है !
विशिष्ट घनत्व – विशिट घनत्व एक मात्रक हीन राशि है !
विशिष्ट घनत्व ज्ञात करने का सूत्र – किसी पद्र्थ का घनत्व / 4 डिग्री सेल्सियस पर जल का घनत्व
क्वथनांक – वह निश्चित ताप जिस पर कोई पदार्थ उबलने लगे !
जल का क्वथनांक बिंदु 100 डिग्री सेल्सियस है !
किसी अशुद्धियों के मिल जाने से पदार्थ का क्वथनांक बढ़ जाता है !
वायुमंडलीय दाब कम होने पर क्वथनांक बढ़ जाता है पहाड़ों या ऊंचे स्थानों पर वायुमंडलीय दाब कम होने के कारण वहां पर खाने पकाने में समय ज्यादा लगता है !
द्रव्यांक – (Melting point ) वह निश्चित तापमान जिस पर कोई पदार्थ द्रव में परिवर्तित हो जाता है वह द्रव्यांक बिंदु कहलाता है !
बर्फ का द्रव्यांक बिंदु 0 डिग्री सेल्सियस है !
हिमांक ( Freezing point) – वह निश्चित तापमान जिस पर कोई द्रव पदार्थ ठोस में परिवर्तित हो जाता है वह हिमांक बिंदु कहलाता है !
जल का हिमांक बिंदु 0 डिग्री सेल्सियस है !
किसी पदार्थ के द्रव्यांक और हिमांक का मान बराबर होता है !
अशुद्धियों की उपस्थिति में किसी पदार्थ का द्रव्यांक और हिमांक घट जाता है !

पदार्थों का रासायनिक संघटन

रासायनिक गुणों के आधार पर पदार्थ को तीन भागों में बांटा गया है जो निम्न हैं –
1. तत्व
2. यौगिक
3. मिश्रण

तत्व

पदार्थ का वह शुद्धतम रूप जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बनता है तत्व कहलाता है !
तत्व मौलिक पदार्थ होते हैं इनको भौतिक या रासायनिक विधि द्वारा एक से अधिक तत्व या पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता !
लेवोजियर ने तत्व पदार्थों को दो भागों में विभाजित किया है – धातु एवं अधातू !
धातु तत्व ऊष्मा और विधुत के चालक होते हैं और ये ठोस अवस्था में पाए जाते हैं !
धातु में आघातवर्धन्यता का गुण होने से इसको पतली चादर के रूप में ढाला जा सकता है !
धातु जब फैलती है या उसका प्रसार होता है तो यह क्रिया आघातवर्धनियता कहलाती है ! जैसे – लोहा सोना, चांदी आदि !

अधातु तत्व ऊष्मा व विधुत के कुचालक होते हैं !
अधातु पर चोट लगाने से ये चूर चूर हो जाते हैं अर्थात इस अधातु के इस गुण को भंगुरता कहा जाता है !
जैसे – गंधक, फास्फोरस, ब्रोमीन

धातु एवं अधातु Detail पोस्ट पढ़ें

यौगिक

दो या दो से अधिक तत्वों के एक निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग से जो बनता है वो यौगिक कहलाता है
जैसे – H2O (जल), Nacl (सोडियम क्लोराइड)
जल का प्रत्येक अणु हाइड्रोजन के दो परमाणुओं तथा ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिलकर बना है !
जल एक ऐसा यौगिक है जो ठोस, गैस व द्रव तीनों अवस्था में रह सकता है !
जंग भी एक यौगिक का उदाहरण है जंग लगने से वस्तु का भार बढ़ जाता है !

मिश्रण

मिश्रण वह अशुद्ध पदार्थ है जो किन्हीं दो (तत्व या यौगिक दोनों) पदार्थों को किसी भी अनुपात में मिला देने से बनता है वह मिश्रण कहलाता है !
उदाहरण के लिए वायु (ऑक्सीज़न, कार्बन डाई ऑक्साइड) अनेक गैसों का मिश्रण हैं !

मिश्रण दो प्रकार का होता है – समांग मिश्रण व विसमांग मिश्रण

समांग मिश्रण

ऐसे मिश्रण जिसके प्रत्येक भाग के गुण जैसे घनत्व, अपवर्तनांक, संपीडन, pH मान आदि समान हो वो समांग मिश्रण कहलाते हैं !
जैसे – चीनी का घोल, पानी नमक का घोल !

विसमांग मिश्रण

ऐसे मिश्रण जिसके प्रत्येक भाग के गुण जैसे सांद्रण, अपवर्तनांक, घनत्व, pH मान आदि अलग-अलग हो वो विसमांग मिश्रण कहलाते हैं !
जैसे – बारूद, जल !

मिश्रण को अलग करने की विधियाँ निम्न हैं –

1. आस्वन विधि (Distillation) – किसी द्रव को उसमें घुलित अशुधियों को पृथक करने के लिए इस विधि का प्रयोग किया जाता है !
2. ऊर्ध्वपातन (Sublimation) – जब कोई  पदार्थ ठोस अवस्था से सीधे ही गैस अवस्था में पहुंच जाता है तो इस प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन कहा जाता है ! उदाहरण – कपूर
3. एटमोलाईसिस – दो या दो से अधिक गौसों के मिश्रण को इस विधि द्वारा अलग किया जा है !
4. रवाकरण (Crystallization)
5. आंशिक रवाकरण (Fractional)
6. वर्णलेखन (Chromatography)

 

 

BEST OF LUCK

मैं सुनील सुथार ! मेरी वेबसाइट पर आप सभी का स्वागत है ! इस प्लेटफॉर्म से आपको सामान्य विज्ञान (Biology, Physics, Chemistry & Botany) से संबंधित टॉपिक वाइज स्टडी मैटीरियल प्राप्त होगा जो सभी प्रकार के Competition Exams लिए उपयोगी रहेगा !

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