Dr. Bhimrao Ambedkar – डॉ. भीमराव अंबेडकर
इस पोस्ट में भारत के कानून और संविधान के देवता कहे जाने वाले डॉ भीमराव अम्बेडकर (Dr Bheemrao Ambedkar) के जीवन की प्रमुख घटनाओं को दर्शाया गया है ! आप एक बार इस पोस्ट को जरूर पढ़े !
Dr. Bhimrao Ambedkar – डॉ. भीमराव अंबेडकर
1. डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू (मध्य प्रदेश) में हुआ था !
2. डॉ. भीमराव अंबेडकर का अन्य नाम बाबा साहब अंबेडकर था !
3. डॉ. भीमराव अंबेडकर के पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल था !
4. डॉ. भीमराव अंबेडकर की माता का नाम भीमाबाई था !
5. डॉ. भीमराव अंबेडकर के बचपन का नाम भिवा था !
6. डॉ. भीमराव अंबेडकर की पहली पत्नी का नाम रमाबाई था जिनके साथ 1906 में शादी हुई !
7. डॉ. भीमराव अंबेडकर ने अपनी आत्मकथा ‘वेटिंग फॉर अ वीजा’ लिखी थी !
8. गांधी जी और डॉ. भीमराव अंबेडकर के बीच पूना पैक्ट समझौता 24 सितंबर 1932 को हुआ था !
9. पूना पैक्ट समझौता दलितों के आरक्षण से सम्बंधित था !
10. डॉ. भीमराव अंबेडकर की पत्नी का निधन 27 मई 1935 को लंबी बीमारी के बाद हो गया !गाँधी जी से संबंधित सारे महत्वपूर्ण तथ्य –
11. 1936 में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने स्वतंत्र लेबर पार्टी की स्थापना की थी !
12. सन 1936 में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने ‘एनीहिलेशन ऑफ कास्ट’ (जाती प्रथा का विनाश) नामक पुस्तक प्रकाशित की थी !
13. डॉ भीमराव अंबेडकर राज्यसभा के सदस्य 3 अप्रैल 1952 से लेकर 6 दिसंबर 1956 (मृत्यु तक) रहे थे !
14. भारत की स्वतंत्रता के बाद देश के पहले कानून एवं न्याय मंत्री डॉ भीमराव अंबेडकर बने थे !
15. 29 अगस्त 1947 को संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ. भीमराव अंबेडकर को नियुक्त किया गया !
16. भारत के ‘संविधान के पिता’ के रूप में डॉ भीमराव अंबेडकर को जाना जाता है !
17. डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा तैयार किए गए संविधान को भारतीय संविधान सभा ने 26 नवंबर 1949 को अपनाया था !
18. डॉ.भीमराव अंबेडकर ने दूसरी शादी सविता अंबेडकर के साथ 15 अप्रैल 1948 को की थी !
19. डॉ भीमराव अंबेडकर ने 1956 में बौद्ध धर्म को अपना लिया था !
20. डॉ. भीमराव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण (निधन) 6 दिसंबर 1956 को हो गया !
21. 1990 में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को मरणोपरांत भारत का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न दिया गया !
22. डॉ. भीमराव अंबेडकर की समाधि स्थल का नाम चैत्यभूमी जो मुंबई, महाराष्ट्र में है !
23. ‘शिक्षित बनो, संगठित बनो, संघर्ष करो’ यह डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का संदेश था !