Blood circulatory system – रक्त परिसंचरण तंत्र
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Blood circulatory system |
आज आपको इस पोस्ट में Biology के टॉपिक Blood circulatory system से सम्बन्धित सारी जानकारी उपलब्ध करवाई गयी है ! ये सभी पिछले कई competition exams में पूछे जा चुके हैं ! SSC, CGL, MTS, RAILWAYS, CHSL, CPO, Other state exams. में भी आपके लिए ये प्रश्न महत्वपूर्ण सबित अवश्य होंगे !
आप इस Chapter को ध्यान से पढ़े ताकि आपको इसका फायदा मिले !
अगरआपको मेरी ये पोस्ट Blood circulatory system अच्छी लगे तो आगे भी इसके बारे में बताएं और अपनी भी प्रतिक्रिया जरूर देवें ! धन्यवाद
Blood circulatory system
- परिसंचरण तंत्र में मुख्य रूप से हृदय, फेफड़े, धमनी व शिरा महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं !
- रक्त परिसंचरण तंत्र की खोज विलियम हार्वे ने की थी
- रक्त का अध्ययन हिमैटोलॉजी कहलाता है !
- रक्त का निर्माण अस्थि मज्जा में होता है !
- रक्त निर्माण की प्रक्रिया हिमोपोइसिस कहलाती है !
- रक्त एक प्रकार का तरल संयोजी उत्तक एवं प्राकृतिक कोलाइड है !
- रक्त दाब मापने वाले यंत्र को स्फिग्नोमिटर कहा जाता है !
- मानव शरीर में सामान्य रक्त चाप 120/80 MM होता है !
- सामान्य व्यक्ति में लगभग 6 लीटर रक्त होता है !
- हीमोग्लोबिन रक्त को लाल रंग प्रदान करता है !
- रक्त का लाल रंग फेरस आयन के कारण होता है जो हीमोग्लोबिन में पाया जाता है !
- रक्त में हीमोग्लोबिन एक ऐसा प्रोटीन है जिसमे भरपूर मात्रा में लौह (आयरन) पाया जाता है !
- रक्त में एक ग्राम हीमोग्लोबिन द्वारा 1.34 मिली ऑक्सीज़न का परिवहन होता है !
- रक्त में शर्करा की मात्रा को नियंत्रित करने वाला हार्मोन इन्सुलिन है !
- उच्च रक्तचाप के इलाज के लिए हाइड्रॉलेजिन दवा का प्रयोग किया जाता है !
- रक्त के दाब को नियंत्रण करने वाली ग्रंथि अधिवृक्क (एड्रिनल) ग्रंथि है !
- मानव शरीर में फेफड़ा, यकृत और किडनी ( गुर्दे ) के माध्यम से रक्त का शुद्धिकरण होता है !
- मनुष्य के शरीर में खून की शुद्धिकरण की प्रक्रिया को डायलेसिस कहा जाता है !
- मानव शरीर का रक्त बैंक प्लीहा कहलाता है !
- ऑक्सीजन रहित रक्त मानव शरीर के विभिन्न भागों से हृदय तक लाने का कार्य नसें करती है !
- लोहित कोशिकाओं की सह्ययता से रक्त द्वारा ऑक्सीज़न ले जाया जाता है !
- रक्त में मूत्राम्ल केउच्च स्तर के कारण गाउट रोग हो जाता है !
- रक्त के माध्यम से ऑक्सीज़न ले जाने वाला प्रोटीन हीमोग्लोबिन है !
- विसरण के कारण श्वसन के दौरान गैसें रुधिर में प्रवेश करती हैं और छोड़ी जाती है !
- अरक्तता जिसे एनीमिया भी कहा जाता है यह हीमोग्लोबिन की कमी के कारण हो जाता है !
- हमारे शरीर में रक्त का दाब वायुमंडलीय दाब से अधिक होता है !
- रक्त का ग्लूकोज स्तर सामान्यत: मिलीग्राम प्रति डेसिलिटर में व्यक्त किया जाता है !
- मानव रुधिर में कोलेस्ट्रॉल का सामान्य स्तर 180 – 200 mg % होता है !
- कार्बन मोनो ऑक्साइड एक ऐसी जहरीली गैस है जो रक्त के हीमोग्लोबिन में ऑक्सीज़न की अपेक्षा शीघ्रता से मिल जाती है !
- फॉलिक एसिड की कमी से भी मनुष्य अरक्तता का शिकार हो जाता है !
- रक्त कैंसर (ल्यूकोमिया) की बीमारी में फास्फोरस – 32 रेडियो समस्थानिक प्रयोग में लिया जाता है !
- खून के थक्के का पता लगाने के लिए सोडियम – 24 रेडियो समस्थानिक प्रयोग में लिया जाता है !
- रक्त का थक्का बनने में फाइब्रिनोजेन को फाइब्रिन के रूप में बदलने वाला एंजाइम थ्रोम्बिन है !
- कैल्शियम एक ऐसा तत्व है जो रक्त को जमने में सहायक होता है !
- विटामिन K मानव में रक्त का थक्का बनाने के लिए अनिवार्य है !
- मनुष्य के शरीर में रक्त प्रवाह की गति को मापने के लिए रेडियो – सोडियम का उपयोग किया जाता है !
रक्त का कार्य — फेफड़ों की वायु से ऑक्सीजन लेकर इसे शरीर के प्रत्येक अंगों तक पहुँचाना एवं शरीर के प्रत्येक भाग से कार्बन डाई ऑक्साइड तथा गन्दा पानी आदि दूषित पदार्थों को अपने साथ लेकर उन अंगों तक पहुँचाना जो इन दूषित पदार्थों को निकालने का कार्य करते हैं !
रक्त का pH मान 7. 4 अर्थात हल्का क्षारीय होता है ! मानव रक्त कम क्षारीय होता है अगर मानव रक्त अम्लीय हो जाये तो हीमोग्लोबिन की ऑक्सीज़न वहन करने की क्षमता कम हो जाएगी !
- रक्त प्लाज्मा व रक्त कणिकाओं का मिश्रण होता है !
- रक्त की कुल मात्रा का लगभग 70%रक्त कोशिकाओं के रूप में होता हैं !
- रक्त का तरल भाग प्लाज़्मा कहलाता है ! प्लाज्मा एक हल्के पिले रंग का गाढ़ा तरल पदार्थ होता है जो रक्त के आयतन का 55% शरीर में मौजूद होता है !
- प्लाज्मा में 90% जल होता है ! अन्य 10 प्रतिशत में कार्बनिक एवं अकार्बनिक पदार्थ घुलित या कोलाइड के रूप में होते हैं !
- प्लाज्मा में पानी के आलावा सबसे ज्यादा प्रोटीन (7%) पाया जाता है !
- प्रोथ्रॉम्बिन, फ़िब्रोनोजेन, ग्लोब्युलिन ये सभी प्लाज़्मा प्रोटीन हैं !
- फाइब्रोनोजिन रक्त स्राव के समय रक्त को जमाने का कार्य करता है !
- प्लाज़्मा हार्मोन को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने का कार्य करता है !
- बंदर, चूहा और भेड़िया ये सभी गर्म रक्त वाले जानवर है जबकि कछुआ, सांप और छिपकली ये सभी शीत (ठंडे) रक्त वाले जानवर हैं !
- किसी व्यक्ति को गलत प्रकार का रक्त दिए जाने से उसकी सभी धमनियां संकुचित हो जाएगी !
- रक्त परिसंचरण तंत्र दो तरह का होता है – खुला एवं बंद परिसंचरण
- पक्षियों व स्तनधारियों में बंद परिसंचरण तंत्र पाया जाता है !
- कीटों में खुला परिसंचरण तंत्र होता है
- बन्द परिसंचरण तंत्र का अर्थ – रक्त उनकी वाहनियों में होकर बहता है !
- खुला परिसंचरण तंत्र का अर्थ – इसमें रक्त सीधा अंगो के सम्पर्क में रहता है !
- मानव रक्त का परिसंचरण वाहिनियों द्वारा होता है जिन्हे रक्त वाहिनियां कहा जाता है ! मानव शरीर में तीन प्रकार की वाहिनियां मौजूद होती हैं
1. धमनी 2. शिरा 3. केशिका
धमनी –
शुद्ध रक्त को हृदय से शरीर के अन्य अंगों तक ले जाने वाली वाहिनियां धमनी कहलाती है ! महाधमनी इनमें से सबसे बड़ी धमनी होती हैं ! यह शरीर की सबसे बड़ी तथा मुख्य धमनी है जो हृदय के बाएं निलय से आरंभ होती है और पुन : हृदय दाएं आलिंद में वापिस जाती है !
फुफुस धमनी जो शरीर के दाहिने भाग में होती हैं अशुद्ध रक्त को (फुफुस) फेफड़ों तक ले जाती है !
वृक्क धमनी गुर्दे को रक्त की आपूर्ति करने वाली रुधिर वाहिका है !
यकृत धमनी जिगर को ऑक्सीज़न युक्त रक्त पहुंचाने वाली रुधिर वाहिका है !
शिरा –
शरीर के विभिन्न अंगों से अशुद्ध रक्त को हृदय की और लाने वाली वाहिनियां शिरा कहलाती है ! पल्मोनरी शिरा एक ऐसी शिरा है जिसमे शुद्ध रक्त बहता है !शिराओं की दीवारें पतली होती है जिसमे रुधिर कम दबाव के कारण सामान्य गति से बहता रहता हैं !
केशिका –
ये बहुत ही पतली रुधिर वाहिनियां होती है जिसमे से रक्त बहुत धीमे बहता है !
मानव शरीर की सबसे बड़ी रक्त वाहिका एओर्टा है
==> परमाणु संरचना ऑब्जेक्टिव क्विज
BEST OF LUCK