States of Matter – पदार्थों की अवस्थाएं
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States of Matter In Hindi |
पदार्थों की अवस्थाएं
पदार्थ
जिस किसी का भी कुछ आयतन एवं द्रव्यमान हो वह पदार्थ कहलाता है !
पदार्थों को दो आधारों पर बांटा गया है –
1. भौतिक अवस्था के आधार पर
2. रासायनिक संघटन के आधार पर
पदार्थों की भौतिक अवस्थाएं –
भौतिक अवस्थाओं के आधार पर पदार्थों को तीन वर्गों में बांटा गया है वे हैं – ठोस, द्रव एवं गैस
पदार्थ की चौथी अवस्था के रूप में प्लाज़्मा को माना गया है !
ठोस
किसी पदार्थ की वह अवस्था जिसमें उस पदार्थ का आयतन व घनत्व दोनों निश्चित हो ठोस कहलाता है !
जैसे – लकड़ी, कोयला
ठोस में अवयवी कण नजदीक होने के कारण इसका घनत्व अधिक होता है एवं इनमें संपीडन बिलकुल भी नहीं होता है ! इसमें कणों के बीच आकर्षण बल काफी अधिक होता है !
द्रव
ऐसे पदार्थ जिसका आयतन तो निश्चित होता है परन्तु आकार अनिश्चित होता है वे द्रव कहलाते हैं ?
जैसे – जल, दूध
द्रव का आकार उसी के अनुरूप हो जाता है जिस पात्र में द्रव को रखा जाता है ! द्रव पदार्थ की ऊपरी सतह हर स्थितियों में समतल होती है ! द्रव में बहने का गुण होने के कारण इसको तरल अवस्था भी कहा जाता है ! द्रव पदार्थों में आकर्षण बल ठोस पदार्थों की तुलना में कम होता है ! द्रव पदार्थों के अणु कम सघनित होते हैं !
द्रव पदार्थों का घनत्व गैस से अधिक किन्तु ठोस पदार्थों की तुलना में कम होता है !
गैस
ऐसे पदार्थ जिनके आयतन एवं आकार दोनों हीअनिश्चित हो वे गैस कहलाते है ! नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन सभी गैसीय पदार्थ हैं ! बहने का गुण होने के कारण गैस को तरल पदार्थ भी कहा जाता है !
गैसीय पदार्थ का आकार एवं आयतन उसी के अनुरूप हो जाता है जिस पात्र में इसको रखा जाता है !
इन पदार्थों में अवयवी कणों के बीच की दूरीअधिक होने के कारण इसका घनत्व बहुत कम होता है एवं इनके कणों के बीच आकर्षण बल न के बराबर होता है ! गैसीय पदार्थों का कोई पृष्ठीय तल नहीं होता है !
प्लाज़्मा
प्लाज़्मा नाम इरविंग लैंगम्यूइयर ने दिया था ! प्लाज़्मा आंशिक रूप से आयनीकृत एक गैस है ! इसका भी गैस की तरह कोई निश्चित आकार या आयतन नहीं होता ! प्लाज़्मा के गुण ठोस, द्रव और गैस से काफी भिन्न हैं इसलिए इसे पदार्थों की चौथी भौतिक अवस्था के रूप में माना गया है !
पदार्थों के भौतिक गुण –
✔️ वे गुण जिन्हें हम देख या अनुभव कर सकते हैं वे पदार्थ के भौतिक गुण कहलाते हैं !
✔️ पदार्थ का रंग – अलग अलग पदार्थों के अलग अलग रंग होते हैं कुछ पदार्थ रंगहीन भी होते हैं !
✔️ पदार्थ की गंध – कुछ पदार्थ गंधहीन होते हैं एवं कुछ पदार्थों में एक गंध पाई जाती है !
✔️ पदार्थ का घनत्व – द्रव्यमान /आयतन
✔️ घनत्व का SI मात्रक kg/m^3 त्था CGS मात्रक gm/cm^3 है !
✔️ जितना ज्यादा कोई पदार्थ भारी होगा उसका इतना ही अधिक घनत्व होगा !
✔️ किसी पदार्थ को गर्म करने पर पदार्थ का घनत्व घटता है !
✔️ जल को 4 डिग्री सेल्सियस तक गर्म करने पर घनत्व घटता है !
✔️ 4 डिग्री सेल्सियस पर बर्फ का घनत्व पानी के घनत्व से कम होता है !
✔️ विशिष्ट घनत्व – विशिट घनत्व एक मात्रक हीन राशि है !
✔️ विशिष्ट घनत्व ज्ञात करने का सूत्र – किसी पद्र्थ का घनत्व / 4 डिग्री सेल्सियस पर जल का घनत्व
✔️ क्वथनांक – वह निश्चित ताप जिस पर कोई पदार्थ उबलने लगे !
✔️ जल का क्वथनांक बिंदु 100 डिग्री सेल्सियस है !
✔️ किसी अशुद्धियों के मिल जाने से पदार्थ का क्वथनांक बढ़ जाता है !
✔️ वायुमंडलीय दाब कम होने पर क्वथनांक बढ़ जाता है पहाड़ों या ऊंचे स्थानों पर वायुमंडलीय दाब कम होने के कारण वहां पर खाने पकाने में समय ज्यादा लगता है !
✔️ द्रव्यांक – (Melting point )वह निश्चित तापमान जिस पर कोई पदार्थ द्रव में परिवर्तित हो जाता है वह द्रव्यांक बिंदु कहलाता है ! बर्फ का द्रव्यांक बिंदु 0 डिग्री सेल्सियस है !
✔️ हिमांक ( Freezing point) – वह निश्चित तापमान जिस पर कोई द्रव पदार्थ ठोस में परिवर्तित हो जाता है वह हिमांक बिंदु कहलाता है !
✔️ जल का हिमांक बिंदु 0 डिग्री सेल्सियस है !
✔️ किसी पदार्थ के द्रव्यांक और हिमांक का मान बराबर होता है !
✔️ अशुद्धियों की उपस्थिति में किसी पदार्थ का द्रव्यांक और हिमांक घट जाता है !
पदार्थों का रासायनिक संघटन
रासायनिक गुणों के आधार पर पदार्थ को तीन भागों में बांटा गया है ! तत्व, यौगिक एवं मिश्रण
तत्व
पदार्थ का वह शुद्धतम रूप जो एक ही प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बनता है तत्व कहलाता है ! तत्व मौलिक पदार्थ होते हैं इनको भौतिक या रासायनिक विधि द्वारा एक से अधिक तत्व या पदार्थों में विभाजित नहीं किया जा सकता !
लेवोजियर ने तत्व पदार्थों को दो भागों में विभाजित किया है – धातु एवं अधातू !
धातु तत्व ऊष्मा और विधुत के चालक होते हैं और ये ठोस अवस्था में पाए जाते हैं ! धातु में मेलाइबिलिटी गुण होने से इसको पतली चादर के रूप में ढाला जा सकता है ! धातु जब फैलती है या उसका प्रसार होता है तो यह क्रिया आघातवर्धनीयता कहलाती है ! जैसे – लोहा सोना, चांदी आदि !
अधातु तत्व ऊष्मा व विधुत के कुचालक होते हैं ! अधातु पर चोट लगाने से ये चूर चूर हो जाते हैं ! अर्थात इस अधातु के इस गुण को भंगुरता कहा जाता है ! जैसे – गंधक, फास्फोरस, ब्रोमीन
यौगिक
दो या दो से अधिक तत्वों के एक निश्चित अनुपात में रासायनिक संयोग से जो बनता है वो यौगिक कहलाता है जैसे – H2O (जल), Nacl (सोडियम क्लोराइड)
✔️ जल का प्रत्येक अणु हाइड्रोजन के दो परमाणुओं तथा ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिलकर बना है !
✔️ जल एक ऐसा यौगिक है जो ठोस, गैस व द्रव तीनों अवस्था में रह सकता है !
✔️ जंग भी एक यौगिक का उदाहरण है जंग लगने से वस्तु का भार बढ़ जाता है !
मिश्रण
मिश्रण वह अशुद्ध पदार्थ है जो किन्हीं दो (तत्व या यौगिक दोनों ) पदार्थों को किसी भी अनुपात में मिला देने से बनता है वह मिश्रण कहलाता है ! उदाहरण के लिए वायु (ऑक्सीज़न, कार्बन डाई ऑक्साइड) अनेक गैसों का मिश्रण हैं !
मिश्रण दो प्रकार का होता है – समांग मिश्रण व विसमांग मिश्रण
समांग मिश्रण
ऐसे मिश्रण जिसके प्रत्येक भाग के गुण जैसे घनत्व, अपवर्तनांक, संपीडन, pH मान आदि समान हो वो समांग मिश्रण कहलाते हैं जैसे चीनी का घोल, पानी नमक का घोल !
विसमांग मिश्रण
ऐसे मिश्रण जिसके प्रत्येक भाग के गुण जैसे सांद्रण, अपवर्तनांक, घनत्व, pH मान आदि अलग अलग हो वो विसमांग मिश्रण कहलाते हैं जैसे बारूद, जल !
मिश्रण को अलग करने की विधियां
1. रवाकरण ( Crystallisation)
2. आंशिक रवाकरण ( Fractional)
3.आस्वन विधि (Distillation)
किसी द्रव को उसमें घुलित अशुधियों को पृथक करने के लिए इस विधि का प्रयोग किया जाता है !
4. आंशिक आसवन विधि
5. ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
जब कोई पदार्थ ठोस अवस्था से सीधे ही गैस अवस्था में पहुंच जाता है तो इस प्रक्रिया को ऊर्ध्वपातन कहा जाता है ! उदाहरण – कपूर
6. वर्णलेखन – (Chromatography)
7. एटमोलाईसिस- दो या दो से अधिक गौसों के मिश्रण को इस विधि द्वारा अलग किया जा है !
✔️ ताप एवं दाब में परिवर्तन करके किसी भी पदार्थ की अवस्था को बदला जा सकता है !